नरबलि - आंतक की शुरुआत 5
कुछ समय बाद ही रामाधर राव उस घर से बाहर आ जाते हैं | बाहर आकर उनकी नजर उस जगह पर पड़ती हैं जहां पर हरीश और उसकी मित्र मंडली कुछ देर पहले वहां पर बात कर रहे थे | हमें ऐसा आभास क्यों हो रहा है कि ये लड़के मेरे कार्य में बाधा उत्पन्न करेंगे | रामाधर राव गुस्से में अपने आप से कहता है - इतने सालों में कभी कोई ऐसा मनुष्य ने जन्म नहीं लिया |
जो मेरा मुकाबला करें या मेरे कार्य में बाधा डाले फिर ये बच्चे क्या चीज हैं |
फिलहाल मुझे इन चारों पर ध्यान ना दे कर अपने अगले लक्ष्य की ओर ध्यान देना होगा | कुछ सोचते हुए तांत्रिक रामाधर राव अपने गंतव्य की बढ़ गये |
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इधर हरीश और उसकी मित्र मंडली को अपनी इच्छा के अनुरूप जगह मिल गयी जहां वो बच्चों के गायब होने और मुखिया के अजीब व्यवहार के विषय में खुल कर बात कर सके |
उन्होनें दंतेश्वरी मां कि मंदिर के पुजारी को बहुत मना करके मंदिर कि साफ सफाई का जिम्मा अपने ऊपर ले लिया |
हांलाकि इन चारों लड़कों ने आजतक दिवाली में भी कभी घर में साफ - सफाई नहीं किया था | लेकिन आज इन सबकी मजबूरी कहिये या कुछ और काम तो करना ही था और काम के बहाने अपनी योजना भी बनाना था |
अगले ही दिन से चारों लड़के सुरज देव के दर्शन देने से पहले ही मंदिर पहुंच गये | हरीश , गजा , नारद और मुरली मंदिर के सामने खड़े थे , तभी पीछे से पुजारी जी चारों लड़को को आवाज़ लगाई |
अरे वाह ! तुम चारों तो सही समय पर आ गये सफाई करने के लिए , अब आ ही गये तो खड़े क्यूं हो जाओ और जाकर साफ - सफाई करो ! पुजारी जी ने रौबदार आवाज़ में हरीश और उसकी मित्र मंडली को कहा !
सफाई तो हम करगें ही लेकिन कहां क्या करना है पहले ये बताइये पुजारी जी ! नारद ने थोड़ा खिजते हुए कहा ! बाकि के लड़के भी नाराज हो रहे थे | अपने - अपने घरों के सब राजकुमार जो ठहरे ! इधर हरीश ने देखा कि काम बनने से पहले ही बिगड़ने वाला है , हरीश ने तुरंत गजा के पैर पर पैर मारा और सब को इशारे से चुप कराया |
उसके बाद पुजारी जी के कहे अनुसार सब सफाई में लग गये | गजा को मंदिर के प्रांगण से लेकर बाहर तक झाड़ू लगाने का काम मिला , नारद को पोछा लगाने का काम मिला , मुरली को मंदिर में आने वाले भक्तों के लिए पीने के पानी भरने का काम मिला सबसे आखिर में पुजारी जी ने हरीश को अपने सहायक हेतु नियुक्त किया |
जब पुजारी जी ने सबका काम समझा दिया | हरीश को छोड़कर तीनों लड़कों ने पुजारी जी को खा जाने वाली नजरों से देखने लगे
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क्रमशः
Punam verma
22-Apr-2022 12:40 AM
Nice
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Shrishti pandey
18-Apr-2022 02:46 PM
Very nice
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Shnaya
17-Apr-2022 12:56 PM
Nice part 👌
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shweta soni
17-Apr-2022 02:15 PM
Thank u
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